कर हौसला बुलंद तुझे ।
बुराइयों से लड़ना है ।।
बाहर की तो ठीक है ।
अंतर्मन से भी लड़ना है ।।
जिंदगी के सताए हम ।
पर पीछे नहीं हटना है ।।
यूंही तो नहीं मिलेगी मंज़िल ।
संघर्ष तुझे करना है ।।
मिटाने आयेगी दुनिया तुझे ।
पर डटे तुझे रहना है ।।
तकलीफ हो तुझे तो ।
थोड़ा सह भी लेना है ।।
हसते हुए चेहरे, ।
नकाब के पीछे रोए है ।।
रोते हुए कुछ तो ।
खाली पेट सोए है ।।
इस भाग दौड़ भरी जिंदगी मैं ।
कहां कौन ठीक है ।।
कोई पूछे तो बस कह देना ।
कि ये भी ठीक है ।।