05/01/2021

ये भी ठीक है ।


कर हौसला बुलंद तुझे ।

बुराइयों से लड़ना है ।।

बाहर की तो ठीक है ।

अंतर्मन से भी लड़ना है ।।


जिंदगी के सताए हम ।

पर पीछे नहीं हटना है ।।

यूंही तो नहीं मिलेगी मंज़िल ।

संघर्ष तुझे करना है ।।


मिटाने आयेगी दुनिया तुझे ।

पर डटे तुझे रहना है ।।

तकलीफ हो तुझे तो ।

थोड़ा सह भी लेना है ।।


हसते हुए चेहरे, ।

नकाब के पीछे रोए है ।।

रोते हुए कुछ तो ।

खाली पेट सोए है ।।


इस भाग दौड़ भरी जिंदगी मैं ।

कहां कौन ठीक है   ।।

कोई पूछे तो बस कह देना ।

कि ये भी ठीक है ।।


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